Majestical in the sky Jodhpur Morning
My photowalk at jodhpur
from the camera eye of Avinash Mehta Photography
Jodhpur # 2
It was a sight that spoke of eternal love. Cycling took me inside the old sector of Jodhpur. majestical in the sky, while Mehrangarh Fort loomed majestically in all its stony might. At its feet, Gulab Sagar lay supine. The mighty Fort’s reflection in the calm waters harked back to the saga of lovers. Gulab Sagar is a manmade lake built by king Vijay Singh in 1788, as a token of love for his beloved Gulab Rai. A lady of unparalleled beauty, Gulab Rai had captivated the king just as Mastani Bai had captivated the heart of Peshwa Baji Rao I.
Jodhpur # 2
साइक्लिंग करते शहर की चार दीवारी के भीतरी पुराने जल कुण्ड गुलाब सागर पहुँचा
आकाश बादलों से शोभायमान था हिमालय सा खड़ा जोधपुर की शान वाला दुर्ग मेहरानगढ़ व उसका विंम्ब गुलाब सागर में इतना मनमोहक लग रहा था ।
562 वर्ष पुराना बसा शहर का ये परिदृश्य मनमोहक लग रहा था।
सागर का निर्माण जोधपुर के नरेश विजय सिंह की पासवान गुलाब राय ने सन 1788 में करवाया था। इससे पहले वहां प्राचीन बावड़ी थी।
गुलाबराय पासवान महाराजा विजयसिंह की वैसी ही चहेती थी जैसी 18वीं शताब्दी के मराठा वीर पेशवा बाजीराव प्रथम की प्रेयसी मस्तानी थी।
गुलाबराय भी मस्तानी की तरह अद्वितीय सुंदरी थीं।